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Manoj Kumar

Manoj Kumar is the owner of Jeev Jantu World website. He had a lot of interest in zoology, so he has set up this website by keeping his interest in the right he follow his passion. He has studied till BSc (Ag).

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  • lal chintiyo ko bhagane ke upay aur lal chintiya ghar me kyo aati hai

    Lal Chintiyo Ko Bhagane Ke Upay Ye Ghar Me Kyo Aati Hai

    • January 27, 2024
  • chachundar ka ghar me aana aur uske katne se kya hoga

    Chachundar Ka Ghar Me Aana Aur Uske Katne Se Kya Hoga

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    Baya Pakshi

    • September 10, 2023
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    koel kaisi hoti hai usko kaise phchaane

    • July 28, 2023
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Khargosh Ke Bare me Rochak Jankariyan
स्तनधारी

खरगोश के बारे में रोचक जानकारियाँ

खरगोश की शारीरिक संरचना खरगोश एक बहुत ही प्यारा और सुन्दर जीव है।  यह…

admin February 7, 2021
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Manoj Kumar

Manoj Kumar is the owner of Jeev Jantu World website. He had a lot of interest in zoology, so he has set up this website by keeping his interest in the right he follow his passion. He has studied till BSc (Ag).

hariyal pakshi kaun hai aur kahan pyaya jata hai
  • पक्षी
  • July 8, 2023

Hariyal Pakshi Kaun Hai aur Kahan Paya Jaata Hai

Hariyal Pakshi हरियल पक्षी कहाँ पाया जाता है हरियल पक्षी जमीन पर पैर क्यों नहीं रखता हरियल पक्षी का वर्गीकरण हरियल पक्षी के बारे में रोचक जानकारियां हरियल पक्षी का आकर लगभग 35 सेमी तक होता है। इस पक्षी का वजन 225 ग्राम से 260 ग्राम के करीब होता है। नर पक्षी मादा को रिझाने के लिए यह अपने गले को गुब्बारे की तरह फुला लेता है। मादा पक्षी अपने प्रजनन काल में 1 से 2 अंडे ही देती है। नर और मादा दोनों ही लगभग 15 दिन तक अंडो की देखभाल करते है। हरियल पक्षी के प्रजनन का समय मार्च से जून तक का होता है। यह हमेश ग्रुप में रहना पसंद करते है और इनका सबसे छोटा समूह लगभग 10 पक्षियों का होता है। यह महाराष्ट्र का राजकीय पक्षी है। हरियल पक्षी का वैज्ञानिक नाम ट्रेरन फीनिकोप्टेरस है। इनके अंडो का रंग सफ़ेद चमकीला होता है। इस पक्षी को ऊँचे स्थान तथा ऊँचे पेड़ो पर बैठना पसंद है। यह शर्मीले स्वाभाव का पक्षी है तथा यह पेड़ो पर हरे पत्तो में छिपकर बैठता है जिसके कारन इसे आसानी से नहीं देखा जा सकता है। यह अपना घोंसला ऊँचे स्थानों या ऊँचे पेड़ो पर बनाता है।यह पूर्ण रूप से,...
udne wali chipakali
  • सरीसृप
  • May 7, 2021

उड़ने वाली छिपकली ड्रेको

उड़ने वाली छिपकली ड्रेको नमस्कार दोस्तों कैसे है आप। दोस्तों आपने छिपकली तो बहुत सी देखि होंगी लेकिन हम आज बात करेंगे उड़ने वाली छिपकली की। दोस्तों वैसे तो सभी छिपकलियाँ रेंग कर ही चलती है पर आज हम जिस छिपकली की बात करने जा रहे है वो उड़ती भी है। तो दोस्तों यह छिपकली उड़ती कैसे है क्या इसके पास पंख है क्या यह जमीन या पेड़ पर रहती है क्या यह घोंसला बनाकर  रहती है। flying dragon lizard habitat दक्षिण एशिया और दक्षिण पूर्व एशिया है। तो आइये विस्तार से जानते है उड़ने वाली छिपकली ड्रेको के बारे में।    ड्रेको की दिनचर्या  ड्रेको जिसे हम उड़ने वाली छपकली के नाम से भी जानते है एग्रीमिड प्रजाति की एक छिपकली है। इसके शरीर पर दोनों तरफ हाथ और पैर के पास एक झिल्ली (खाल) नुमा एक परत होती है। जो एक पंख की तरह दिखती है। लेकिन यह इससे उड़न नहीं भर सकती है। यह एक जगह से दूसरी जगह पर पहुंचने के लिए अपने पंखनुमा झिल्ली की मदद लेती है। या ये कहे के ग्लाइडिंग करती है इसलिए इसे ग्लाइडिंग छिपकली भी कहा जाता है। इसकी ग्लाइडिंग को 60 मीटर 200 फुट तक भी रेकॉर्ड किया गया है। flying dragon,...
tardigred water bear
  • समुंद्री-जीव
  • April 19, 2021

पृथ्वी पर रहने वाला टार्डीग्रेड जब चन्द्रमा पर मिला

टार्डीग्रेड जीव की खोज हेलो दोस्तों आज हम बात करेंगे एक ऐसे जीव के बारे में जो बहुत अनोखा है। जब आप इसके बारे में जानेंगे तब आप भी हैरान रह जायेंगे।दोस्तों इस जीव का नाम है टार्डीग्रेड को वाटर बेयर या समुद्री भालू के नाम से भी जाना जाता है। एक मशहूर जीव वैज्ञानिक जोहान अगस्त एप्रैम गोएज़ ने इसकी खोज सन 1773 में की थी। उन्होंने अपनी रिसर्च में पाया के पृथ्वी पर रहने वाला टार्डीग्रेड जीव गहरे पानी, पर्वतों, महासागरों, और यहाँ  तक की अंटार्कटिका में भी यह पाया जाता है। या ये कहिये की पूरी दुनिया में हर जगह यह जीव पाया जाता है।    पृथ्वी पर रहने वाला टार्डीग्रेड जब चन्द्रमा पर मिला दोस्तों वैज्ञानिक उस वक्त हैरान रह गए जब पृथ्वी पर रहने वाला टार्डीग्रेड चन्द्रमा पर मिला उन्होंने देखा के एक सूक्ष्म जीव चन्द्रमा की सतह पर रेंग रहा है। वो हैरान रह गए यह देखकर के ये जीव तो पृथ्वी पर पाया जाता है और चन्द्रमा जिस पर न ऑक्सीजन है और न ही पानी तो फिर यह कैसे जिन्दा रह सकता है। खोजकर्ताओं के अनुमान के अनुसार टार्डीग्रेड उनके साथ गलती से पृथ्वी से चन्द्रमा पर आ गया है।  टार्डीग्रेड की बाहरी संरचना  टार्डीग्रेड एक,...
chachundar ka ghar me aana aur uske katne se kya hoga
  • स्तनधारी
  • December 24, 2023

Chachundar Ka Ghar Me Aana Aur Uske Katne Se Kya Hoga

छछूंदर छछूंदर का शरीर छछूंदर का रहन सहन छछूंदर कहाँ पाया जाता है छछूंदर का वैज्ञानिक वर्गीकरण छछूंदर के बारे में रोचक जानकारियाँ छछूंदर रात के समय अधिकतर सक्रिय होते हैं। उनकी आंखें रात में अच्छी तरह से काम करती हैं जिससे वे अंधेरे में भी अच्छी तरह से देख सकते हैं। छछूंदर अक्सर बिलों या गुफाओं में रहते हैं। वे अपने बिल को सुरक्षित और सुरक्षित बनाने के लिए अपने आवास में बहुत समय बिताते हैं। ये अल्पाहारी जानवर होते हैं और उनका प्रमुख आहार की श्रेणी में कीट, कीड़े, छोटे जानवरों, बीज, और फल शामिल होता है। छछूंदर का औसत जीवनकाल 2 से 5 साल के बीच होता है, लेकिन कुछ प्रकार के छछूंदर इससे भी ज्यादा दिनों तक जीवित रह सकते हैं। कुछ स्थानों पर, छछूंदर को इलाज के लिए उपयोग किया जाता है, जैसे कि उनकी चमड़ी का तेल जो शारीरिक दर्द में राहत प्रदान कर सकता है। छछूंदर की आवाज बहुत अनूठी होती है। वे अपनी बातचीत के लिए उन्हीं आवाजों का इस्तेमाल करते हैं। छछूंदर एक परिवार में रहते हैं और अपने समूह के सदस्यों के साथ रहने को बहुत अधिक प्राथमिकता देते हैं। छछूंदर अपने आसपास के परिसर को याद करने में बहुत,...
  • कीट
  • June 18, 2023

Duniya ki Sabse Visheli Makdi

जहरीली मकड़ियां मकड़ियों का इतिहास फनेल वेब स्पाइडर के काटने से क्या होगा फनेल वेब स्पाइडर का वर्गीकरण फनेल वेब स्पाइडर के बारे में रोचक जानकारियां यह दुनिया के सबसे जहरीली मकड़ी है। इसके काटने से इंसान के मौत 30 मिनट के अंदर ही हो जाती है और कुछ केसेस में और भी जल्दी। इसका साइज लगभग 2 इंच के बराबर होता है। इसके काटने से शरीर पर लाल रंग के निशान के साथ साथ सूजन भी आ जाती है। इसका जहर इंसान के दिल पर असर करता है।यह सबसे ज्यादा ऑस्ट्रेलिया में पाई जाती है। पुरे संसार में मकड़ियों के लगभग 45 से 50 हज़ार प्रजातियां पाई जाती है जीने से लगभग 25 प्रजातियां सबसे ज्यादा जहरीली होती है। 1980 में इस बकड़ी का एक एंटी डॉट तैयार कर लिया गया है इस एंटी डॉट के तैयार करने के बाद इस मकड़ी के द्वारा किसी की मृत्यु की खबर नहीं सुनी है। ब्राजील में पाई जाने वाली मकड़ी दूसरी सबसे खतरनाक मकड़ी है जो अफ्रीका में पाई जाती है। सबसे ज्यादा जहरीली मकड़ी ऑस्ट्रेलिआ के सिड्नी में पाई जाती है। इसे हेक्साथेलिडे की उपप्रजाति के रूप में शामिल किया गया है। यह नम और ठन्डे स्थानों में, सड़ी हुई,...
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    • July 28, 2023
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