Baya Pakshi
Baya Pakshi Kaun Hai Ye Apna Ghonsla Kaise Banata Hai
हेलो दोस्तों कैसे है आप आज हम बात करेंगे बया पक्षी के बारे में, बया पक्षी कौन है और यह अपना घोंसला कैसे बनाते है बया पक्षी जिसे अंग्रेज़ी में बया वीवर भी कहते है। यह एक प्रकार की पास्सराइड (Passerine) पक्षी होता है, जिसका वैज्ञानिक नाम “Ploceus philippinus” होता है। यह अपनी विशेष प्रकार की घर बनाने की कला के लिए प्रसिद्ध है। बया” एक प्रकार का पक्षी होता है जिसे बयाना के नाम से भी जाना जाता है। बयाना पक्षी उभार वाला गोंथ करने वाले पक्षियों में से एक होता है और यह आमतौर पर एशिया के विभिन्न भागों में पाया जाता है, जैसे कि भारत, श्रीलंका, पाकिस्तान, नेपाल, बांग्लादेश, थाईलैंड, और इंडोनेशिया।
ये पक्षी अपनी उल्लेखनीय घोंसला-निर्माण क्षमताओं के लिए जाने जाते हैं और अक्सर आर्द्रभूमि, घास के मैदानों और कृषि क्षेत्रों में देखे जाते हैं। उनके घोंसले प्राकृतिक इंजीनियरिंग का चमत्कार हैं, जटिल, बुनी हुई संरचनाओं के साथ जो उनके बच्चों को शिकारियों से बचाते हैं।
बया पक्षी का घोंसला
बुनकर अपने जटिल और विस्तृत घोंसलों के लिए प्रसिद्ध हैं। वे घास और पत्तियों से बने घोंसले बुनने में अत्यधिक कुशल हैं। ये घोंसले अक्सर शाखाओं की नोक पर बुने जाते हैं, और प्रत्येक नर मादाओं को आकर्षित करने के लिए कई घोंसले बनाता है। घोंसले अंडों और चूज़ों को शिकारियों से बचाने के लिए डिज़ाइन कर बनाये जाते है।
बया पक्षी की पहचान
बया (वीवर्स) छोटे पक्षी हैं जिनके पंख प्रजनन काल के दौरान विशिष्ट पीले-भूरे रंग के होते हैं। उनके सिर पर एक चमकीला पीला मुकुट होता है, जो नर में अधिक प्रमुख होता है। मादाओं का रंग आमतौर पर फीका होता है। नर बया पक्षी के पास ब्राइट येलो और ब्लैक कलर की पूंछ होती है, जबकि मादा की पूंछ बेहद आम होती है और उसकी रंगत गोरी होती है।
बया पक्षी का भोजन
इन पक्षियों का प्रमुख आहार बीज, अन्य पौधों के हिस्सों के पेड़, और कीटों के छोटे प्राणियों पर आधारित होता है। यह सुबह खाने की खोज में निकलते है और शाम को अपने घोंसले में वापस आती है। जब मादा भोजन की तलाश में जाती है तब नर घर की देखभाल करता है।
बया पक्षी का वैज्ञानिक वर्गीकरण
जगत – अनिमेलिआ
संघ – कोर्डेटा
श्रेणी – पक्षी
वर्ग – पैसरीफॉर्मीज
परिवार – प्लोसिडी
जेनस – प्लोसियस
प्रजाति – प्लोसियस फिलिपिनस
बया पक्षी के बारे में रोचक जानकारियां
- ये पक्षी अपने घर का निर्माण करने में प्रवीण होते हैं। इनके घोंसले को लूंगे भी कहा जाता है। यह अपने लूंगों को पेड़ों की शाखाओं पर बनाते हैं और इन्हें चारों ओर से सुरक्षित बनाते हैं।
- बया पक्षी की विशेष पहचान उसके गोंथन (nesting) से होती है। इनके गोंथ अमृत और पाली द्वारा बनाए जाते हैं। इनके गोंथ एक प्रकार की कुण्डलियों की तरह होते हैं और ये काफी खूबसूरत होते हैं।
- बया अपना घोंसला ज्यादातर ऊँचे पेड़ो पर बनता है इसके घोंसले किसी इंसान की खोपड़ी की तरह दीखते है।
- बया एक सामाजिक पक्षी है इसलिए ये एक पेड़ पर 50 से 60 घोंसले बनता है।
- बया पक्षी का आकर 5 से 10 इंच के आस पास होता है।
- घोंसला नर पक्षी बनता है। जिससे वह मादा को रिझा सके। मादा भी घोसले का निरिक्षण करके ही नर को पसंद करती है।
- बया एक बार ही घोंसले में अंडे देती है। वह हर बार अंडे देने के लिए एक नया घोंसला चुनती है।
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जीवनकाल: बया की उम्र साधारणत: 3-4 वर्ष होती है।
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रंग: पुरुष बया का पंख एक ब्राइट येलो कलर का होता है, जबकि मादा हलका ब्राउन रंग के पंखों की होती हैं।
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घरेलू बया: यह एक अच्छे गुणवत्ता वाले घरेलू पक्षी मानी जाती है और इसके गाने की कविताओं में खास स्थान है।
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बया का प्रमुख आहार बीज, फल, और कीट पशु होते हैं।
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ये पक्षी सामाजिक होते हैं और एक ही ब्रीडिंग सीजन में कई जोड़ों के साथ जुड़कर अपने घर बनाते हैं।
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बया कुछ स्थानों पर स्थायी रूप से बसने वाली प्रजातियों में से एक है, जिसका मतलब है कि वह वहां के पर्याप्त आहार और बसने के लिए आदर्श मौखिक है।
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