चमगादड़ से जुडी बाते जो आपको हैरान कर देंगी

chamgadar ulta kyu latakta hai

चमगादड़ से जुडी बाते जो आपको हैरान कर देंगी 

हैलो दोस्तों। कैसे है आप आज हम बात करेंगे चमगादड़ के बारे में। 

दोस्तों आपने चमगादड़ो को अक्सर रात में उड़ते हुए देखा होगा। तो आज जानेंगे कुछ रोचक और आश्चर्यजनक  बाते चमगादड़ के बारे में। दोस्तों में आपसे एक बात और कहना चाहूंगा कि यह जो में पोस्ट लिखता हूँ वह इसलिए लिखता हूँ के जिससे आपको अच्छी और सटीक जानकारी मिलेगी। तो आइये जानते है चमगादड़ के बारे में 

चमगादड़ से जुडी बाते जो आपको हैरान कर देंगी

चमगादड़ की बाहरी संरचना

चमगादड़ जो अक्सर रात्रि में हमें देखने को मिलते है। यह एक स्तनधारी जीव है जो अक्सर रात्रि में ही निकलता है। यह रात्रि में अपने भोजन की तलाश में निकलता है। इनके के सूंघने और सुनने की शक्ति बहुत ही तेज होती है। इनके हाथ पंखो में तब्दील रहते है जो एक पतली झिल्ली नुमा परत से ढके रहते है। इन्हे दिन में अक्सर खंडरो में तथा पेड़ो पर उल्टा लटका हुआ देखा जा सकता है। दोस्तों यह एक ऐसा उड़नेवाला जीव है जो सतह यानि धरती से उड़न नहीं भर पता है बहुत काम ही सतह से उड़न भर पते है यही कारन है के ये पेड़ो तथा खंडरो में ऊपर की तरफ रहते है जिससे इन्हे उड़ने में परेशानी ना आये। इनके पैर छोटे होने की वजह से यह सतह से उड़ नहीं पाते है। दोस्तों आपको ये जानकर हैरानी होगी के चमगादड़ ही एकमात्र उड़नेवाला स्तनधारी जीव है। जो बच्चे देता है और बच्चों को दूध पिलाता है। 

चमगादड़ का वर्गीकरण

संघ                :       कोर्डेटा 

समूह              :       क्रेनियता 

उपसंघ           :       नेथोस्टोमेटा 

महावर्ग           :       टेट्रापोड़ा 

वर्ग                 :       मैमेलिया 

उपवर्ग            :       यूथेरिया 

गण                 :       कईरोप्टेरा 

वंश                 :       टेरोपस 

जाति               :       जाइज़ेनटिअस

चमगादड़ के बारे में कुछ रोचक बातें

  • पूरी दुनिया में चमगादड़ की लगभग 1400  या इससे भी ज्यादा प्रजातियाँ  पाई जाती है। 
  • एक अनुमान के अनुसार बड़े चमगादड़ अपने पंखो 6 फुट तक भी फैला सकते हैं।  
  • चमगादड़ के अंदर बीमारी फ़ैलाने की शाक्ति तीव्र होती है जिससे ये सबसे तेज बीमारी फैलाते है। 
  • चमगादड़ो के रहने की जगह पेड़, गुफाए , खंडहर इत्यादि होते है। 
  • ये दिन में आराम करते है और रात में अपने शिकार के लिए निकलते है। 
  • चमगादड़ बेहद ही सटीक तरीके से रात में उड़ते है। जिसका एक उदहारण यह है कि इतने अँधेरे में उड़ने के बावजूद भी  ये किसी भी वस्तु या चीज से नहीं टकराते है। 
  • चमगादड़ो को अक्सर एक खास तरह की बीमारी हो जाती है जो एक तरह की फंगस होती है यह इसके मुँह और नाक पर एक सफ़ेद जैसी परत बना देती है चमगादड़ की इस बीमारी को वाइट नोस फंगस कहते है। चमगादड़ अपनी इस बीमारी से बहुत डरते है। 
  • अगर चमगादड़ के आँख पर पट्टी बाँध दी जाये तब भी चमगादड़ के उड़ने कि क्रिया पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा।
  • जब ठंड अधिक होती है तब चमगादड़ गुफा , खंडहर या जो भी इनकी रहने की जगह होती है ये वहाँ पर निष्क्रिय पड़े रहते है। 
  • वही जब गर्मी बढ़ जाये तब चमगादड़ो को रहने में तकलीफ होने लगती है जब इन्हे अधिक गर्मी का एहसास होता है तब ये बार – बार अपने पंखो को झपकते है जिससे हवा का संचार बना रहे। 
  • इनके पैर पंखो से जुड़े होने के कारण ये सतह (जमीन)से उड़न नहीं भर पाते है। बहुत कम ही चमगादड़ सतह से उड़न भर पाते चमगादड़ की यह भी एक कमजोरी है।  
  • चमगादड़ ही एकमात्र उड़ने वाला ऐसा जीव है जो बच्चे पैदा करती है और दूध भी पिलाती है।  या ये कहे के यह उड़ने वाला एकमात्र स्तनपाई जीव है। 
  • खान पान की दृष्टि की अनुसार चमगादड़ को दो वर्गों में रखा गया है। एक फलहारी और दूसरा कीटहारी। 
  • संसार में लगभग तीन ऐसी प्रजातियाँ है जिन्हे पिशाच की वर्गो में रखा गया है। मतलब ये रक्त भक्षी (खून पीने वाले) होते है।  
  • मादा चमगादड़ एक साल में दो से तीन बच्चो को जन्म देती है। 
  • चमगादड़ ध्वनि तरंगो से अपने शिकार को पहचनता और पकड़ता है। 
  • कुछ तर्क के अनुसार चमगादड़ किसानो के मददगार भी साबित हुए है। ये फसलों में लगने वाले कीटो का भक्षण करते है जिससे किसानो की फसल ख़राब होने से बच जाती है।  
  • निपाह नाम की एक खतरनाक बीमारी जिससे मनुष्य प्रभावित हो जाता है वो चमगादड़ से फैलती है। 
 

दोस्तों मेरे द्वारा दी गई जानकारी को मेने किताबो और खोजकर्ता चेनलो के माध्यम से अर्जित किया है। यदि यह आपको अच्छी लगी हो तो कृपया अपने दोस्तों के साथ इसे शेयर कीजिये और अपने कमैंट्स और सुझाव मुझे दीजिये।

घन्यवाद आपके प्यार के लिए।