mantis khatarnak kyon hai + मैंटिस क्यों है इतना खतरनाक
mantis khatarnak kyon hai + मैंटिस क्यों है इतना खतरनाक
हेलो दोस्तों कैसे है आप। आज हम बात करेंगे मेंटिस के बारे में। आइये जानते है के mantis itna khatarnak kyon hai मेंटिस एक बेहद ही ख़तरनाक कीट है। ये वैसे तो 3 से 4 इंच का ही होता है। और इसका वजन 5 ग्राम के लगभग होता है। यह बेहद ही आक्रामक होता है। यह अपने से भी बड़े आकर के जीव को अपना शिकार बना लेता है। या ये कहिये के यह एक निडर कीट है।
मैंटिस के शिकार करने का तरीका
मैंटिस के आगे के दोनों पैर (रैपेटोरियल पैर) होते है। जो कैंची की तरह काम करते है। इसके अगले पेरो पर आरी की तरह संरचना होती है। जिससे ये अपने शिकार को अपने दोनों हाथो में जकड लेता है और फिर उसे खाना शुरू कर देता है। यह छोटे कीट, छोटी चिड़िया, छोटा चूहा, यहाँ तक के छोटे सांप से भी पंगा ले लेता है।
मैंटिस अंटार्कटिएक और बेहद ठन्डे देशो को छोड़ कर लगभग सभी जगह पाया जाता है। सबसे आक्रामक मैंटिस चीन में ही पाया जाता है। भारत में पाया जाने वाला मैंटिस काम घातक होता है।
मैंटिस की जीवन प्रणाली
मैंटिस की लगभग 2400 प्रजातिया पायी जाती है। समुद्र में पाया जाने वाला मैंटिस झींगा भी बहुत ख़तरनाक होता है। जीवन प्रणाली की बात करे तो मादा मैंटिस नर मैंटिस से बड़ी (लगभग डबल) और अधिक ताकतवर होती है। मैंटिस का भोजन की कोई केटेगरी निश्चित नहीं है यह हर प्रकार के जीव कीट खा लेता है। मादा मैंटिस मिलन के बाद नर मैंटिस को मरकर खा जाती है।
मैंटिस का वर्गीकरण
जगत : एनिमेलिया
उपगण : मंटोडिया
गण : डिक्टायोप्टेरा
वर्ग : कीट
संघ : आर्थ्रोपोडा
मैंटिस के बारे में कुछ रोचक बातें
मैंटिस के पास 5 आंखे होती है एक लेफ्ट में एक राइट में और तीन आंखे उसके हेड पर होती है दोनों आँखों के बीच में।
मैंटिस जिन्दा शिकार को ही खाने लग जाता है उसके मरने का इंतजार नहीं करता है।
मैंटिस का जीवनकाल लगभग एक वर्ष का होता है।
एक संस्कृति की माने तो मैंटिस को हॉटटन्ट्स का देवता भी कहा गया है।
मैंटिस की लड़ाई और रणनीति के आधार पर 2 मार्शल आर्ट को बनाया गया है जिसे चीन में विकसित किया गया है। जिसमे से एक नार्थ चीन में और दूसरी को साउथ चीन में विकसित किया गया है।
मैंटिस की छोटी प्रजातियो का जीवन काल 3 से 4 सप्ताह और बड़ी प्रजातियो में 4 से 6 सप्ताह का होता है।
मैंटिस की एक प्रजाति ऐसी भी है जिसमे एक भी नर नहीं पाया जाता है। इस प्रजाति में मादाये पार्थेनोजेनेटिक रूप से आपस में मिलान करती है।
मादा मैंटिस एक बारे में 10 से 400 अंडे तक देती है।
मैंटिस कभी भी शिकार के पीछे नहीं भागता है बस एक जगह खड़ा होकर शिकार की प्रतीक्षा करता है।
मैंटिस के पास कम्पाउंड आंख होती है। जो 10000 ओटोमिडिया तक होती है।
समुंद्री मैंटिस झींगे के घूंसे की स्पीड लगभग 170 से 180 किमी प्रति घंटे तक हो सकती है।
समुंद्र में पाया जाने वाला मैंटिस झींगा अपने एक घूंसे में लगभग एक चौथाई इंच शीशे को भी तोड़ सकता है।
मैंटिस की कुछ प्रजातिया अपने सर को 180 डिग्री में घुमा लेता है।
दोस्तों मेरे द्वारा दी गई जानकारी को मेने किताबो और खोजकर्ता चेनलो के माध्यम से अर्जित किया है। यदि यह आपको अच्छी लगी हो तो कृपया अपने दोस्तों के साथ इसे शेयर कीजिये और अपने कमैंट्स और सुझाव मुझे दीजिये।
घन्यवाद आपके प्यार के लिए।