sanp ki mausi ke katne se kya hoga

sanp ki mausi ke katne se kya hoga
sanp ki mausi ke katne se kya hoga

सांप की मौसी

हेलो दोस्तों कैसे है आप आज हम बात करेंगे सांप की मौसी के बारे में, सांप की मौसी जिसे हम बभनी भी कहते है। दोस्तों सांप की मौसी के बारे में तो सब जानते है पर क्या आप यह जानते है कि अगर साँप कि मौसी काट ले तो क्या होगा क्या इंसान जीवित रहेगा या उसकी मौत भी हो सकती है। जैसा के नाम से ही पता चलता है के यह साँप कि मौसी है और अगर साँप में ज़हर होता है क्या साँप में मौसी में भी ज़हर होता है। तो दोस्तों आज हम इन सभी के बारे में जानेंगे तो चलिए हम सब मिलकर अध्यन करते है और जानते है कि इस बात में कितनी सच्चाई है।

सांप की मौसी कौन है

साँप की मौसी, यह दिखने में छिपकली के जैसी लगती है एवं इसकी त्वचा बेहद चिकनी और चमकीली होती है इसका शरीर पतला और लम्बा होता है तथा इसकी पूँछ लाल रंग लिए हुए होती है और सिरे पर नुकीली होती है। इसके चार पैर होते है। यह बेहद शर्मीला जीव है और हमेशा छिप कर रहता है यह अँधेरी जगह में खंडरो में बिल में इत्यादि जगह पर रहना पसंद करती है। को अलग अलग जगह पर अलग अलग नाम से जाना जाता है जैसे बभनी, बमनिया आदि।

भारत में साँप की मौसी की लगभग 62 प्रजातियां पाई जाती है। इसका प्राणी नाम लायिगोसोमा है। इसे हम डायनोसोर की प्रजाति भी बोल सकते है इसकी रुपरेखा किसी ड्रैगन जैसी ही है। यह जमीन के अंदर तथा अँधेरे में रहना पसंद करती है। यह छिपकली की तरह कीड़े आदि खाना पसंद करती है। लोग ऐसा मानते है के अगर सांप की मौसी दिख जाये या घर में आ जाये तो यह शुभ संकेत होता है और धन की प्राप्ति होती है। इस तर्क में कितनी सच्चाई है इसको तो बताया नहीं जा सकता क्योकि इसका कोई वैज्ञानिक कारन भी नहीं है जिससे इस बात में कितनी सच्चाई है कहा जाये।

सांप की मौसी शुभ है अशुभ

किसी वास्तु या प्राणी का शुभ या अशुभ होना इंसान की मानशिकता पर निर्भर करता है। वैसे ही सांप की मौसी का शुभ या अशुभ होने का कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है। कहीं लोग मानते है कि अगर सांप कि मौसी दिख जाती है तो धन कि प्राप्ति होती है तो कुछ लोग डरते है के कहनी यह हमें काट ना ले। ये सब हम लोगी कि सोंच पर निर्भर करता है। शुभ अथवा अशुभ होने का कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं होने के कारन इसका सटीक अनुमान लगाना कितना सही है कितना गलत नहीं पता है।

सांप की मौसी में प्रजनन

साँप की मौसी को प्रजननं के लिए नर की आवश्यकता होती है। जिससे वो बच्चे पैदा करती है। पर रिसर्च जर्नल आफ हेरिडिटी मे छपी बात के अनुसार साँप के मौसी बिना नर में भी बच्चे पैदा कर सकती है, परन्तु उसके लिए उसको एक बार नर में संपर्क में आना ही पड़ता है जब वह नर के संपर्क में आती है तो वह नर का स्पर्म अपने शरीर में जमा कर लेती है और उसको बाद में गर्भवती होने के लिए इस्तेमाल करती है। जिसमे इसको उस समय नर के आवश्यकता नहीं होती है।

सांप की मौसी का वर्गीकरण

साम्राज्य: अनिमेलिए

परिवार: स्किनसिडे

सुपरफ़ैमिली: स्किनकोइडिया

कक्षा: सरीसृप

फाइलम: कोर्डेटा

सांप की मौसी के बारे में रोचक जानकारियां

  • साँप की मौसी अपने शिकार को सूंघ कर तथा अपनी जीभ से महसूस करती है।
  • साँप की मौसी ज़हरीली नहीं होती है।यह बेहद शर्मीला जीव है।
  • इसको साँप की मौसी कहने के पीछे कोई वैज्ञानिक कारण नहीं है इसकी चाल साँप की जैसी होने के कारण इसको साँप की मौसी कहते है।
  • इसकी लम्बाई लगभग 15 सेमी तक हो जाती है।
  • साँप की मौसी को हिंदी में बभनी और इंग्लिश में स्किंक कहते है।
  • ये सरीसृप वर्ग में आती है जिसको इंग्लिश में रेप्टाइल्स कहते है जिसक अर्थ जमीन पर रेंगने वाले जीव से होता है।
  • रिसर्च जर्नल आफ हेरिडिटी मे छपी बात के अनुसार साँप के मौसी बिना नर में भी बच्चे पैदा कर सकती है।
  • सांप की मौसी की कुछ प्रजातियां आकर में छोटी होती है।
  • सांप की मौसी का खून हलके हरे रंग का होता है।
  • सांप की मौसी कीटभक्षी और मांसाहारी होती है।
  • सांप की मौसी अण्डे देती है।
  • जरुरत पड़ने पर सांप की मौसी अपनी पूँछ को अपने शरीर से अलग कर सकती है तथा उसे पुनर्जीवित कर सकती है।

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